राजनेताओं की भाषा धमकी भारी नहीं होनी चाहिए

लोकतंत्र में राजनेताओं की धमकी भारी नहीं होनी चाहिए---
अखिलेश यादव


इटावा।गणतंत्र दिवस के अवसर पर अखिलेश यादव ने अपने पैतृक गांव सैफई में १५८ फीट ऊंचा तिरंगा फहराया और गणतंत्र दिवस की बधाई देते हुए कहा कि संकल्प लेते है कि संविधान को बचाने का काम भारत देश के लोग करेगे। देश गणतंत्र मना रहा है । जहां सीमायें सुरक्षित रहें, महिलाएं सुरक्षित रहें, इसका आकंलन जरूरी है।
अपने पैतृक गांव सैफई में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि देश का  जो माहौल है, जिस तरह की सरकारें काम कर रही हैं लोकतंत्र में राजनेता की भाषा धमकी की हो सकती है।
      यसवंत सिंहा पूर्व वित्तमंत्री बधाई के पात्र हैं। आज यूपी के सैफई में हैं उनकी गांधी संदेश यात्रा को बधाई देना चाहता हूं। जगह जगह पर लोगों ने स्वागत किया। उनका संदेश नागरिकों तक पहुंचेगा।
अदनान सामी पर बोलते हुए कहा कि कला का सम्मान होना चाहिए जिस तरह से हमने भी कला का सम्मान किया था। भाजपा ने उनका सम्मान छीन लिया।
सीएए पर कहा कि लोकतंत्र में सभी को अपनी बात कहने का अधिकार है। सरकार को बात सुननी चाहिए। सरकार को विचार करना चाहिये। नौजवान, यूनिवर्सिटी के छात्र महिलाएं विरोध कर रही हैं उनका सुनना चाहिए, सरकार की मंशा लोगों के बीच दूरी पैदा करने की है।


----अगर बोलने की आजादी सरकार के पास है बाबा, संत, योगी झूठ नही बोलते हैं लेकिन कल का योगी का इंटरव्यू देख कर बाबा सत्य के अलावा सब बोलते हैं।
मुझे पूरा भरोसा है कि दिल्ली की जनता भाजपा को ज़ीरो नंबर देगी, वहां पर केजरीवाल की सरकार बनने जा रही है।