मुलायम सिंह यादव के पैतृक गांव सैफई में शिवपाल सिंह यादव ने अपने भाई के 81 वां जन्मदिन पर केक काटा और दंगल प्रतियोगिता का आयोजन किया। साथ ही उन्होंने मंच से संबोधित करते हुए उनकी यादों को ताजा करते हुए बहुत सी पुरानी बातें साझा की।
*इस प्रदेश में अधिकारी जनता को परेशान कर रहे हैं। मंत्री की तो आफत ही आ गई कोई सुनने वाला नहीं अधिकारियों को कोई डांटने वाला नहीं। स्वाति सिंह ने तो केवल अधिकारी से कहीं तो दिया था कि कोई गलत सिफारिश नहीं कर रही हूँ। अधिकारियों से तो ऊंचा विधायक का प्रोटोकॉल होता है। इस सरकार में अधिकारियों के बहुत दिमाग खराब है वह विधायकों को तो कुछ समझते ही नहीं है जिस दिन वह हमें नहीं समझेंगे उस दिन तो पता चल ही जाएगा।*
*स्वाति सिंह पर कहा कि उस दिन इतना ही बोल दिया कि क्या अधिकारियों को मंत्री नहीं डाँटेगा तो कौन डाँटेगा। इसलिए उसकी जान बच गई।*
*उन्होंने मंच से बात करते हुए कहा कि मैं तो हमेशा नेताजी की बात मानता हूं आज भी मानने को तैयार हूं लेकिन कुछ लोग उनकी बात को नहीं मान रहे हैं मुझ से 2 दिन पहले मीडिया वालों ने पूछा तो मैं फिर भी परिवार को एक साथ होने के समर्थन में हूं।*
*मैं फिरोजाबाद से चुनाव बिल्कुल नहीं लड़ता लेकिन मुझसे यह कहा गया कि इन की नई पार्टी है इनको 500 वोट नहीं मिलेंगे और पूर्वांचल में जाएंगे तो पिटेगें। इसलिए मुझे फिरोजाबाद में जाकर मैंने यह देखने की कोशिश की कि मुझे कितनी वोट मिलेंगे इसलिए मैं फिरोजाबाद से जाकर चुनाव लड़ा।*
आपको याद होगा आप कि लखनऊ में जब रैली थी तब मैंने लाखों लोगों के सामने यह कहा था कि मुझे मुख्यमंत्री नहीं बनना है।
मैं हर जगह गया मुझसे बुजुर्गों ने कहा कि भतीजा नहीं मानता है तो कोई बात नहीं लेकिन तुम चाचा हो झुक जाओ मैं झुका मैंने बात मानी लेकिन इसके बावजूद भी कुछ लोग नेताजी की बात नहीं मानते हैं।
*नेता जी ने त्याग और संघर्ष किया है। नेता जी की गलती है। गलती समझो या भूल समझो वही कहावत है कि लिखिया मुन्सी को मालिक बना दोगे तो भट्टा तो बैठना ही है। बिना नाम लिए रामगोपाल यादव पर भी निशाना साधा।*
नेताजी को जन्मदिन की बधाई देते हुए कहा कि वह 50 साल और जिंदा रहे इस तरह हम लोगों पर आशीर्वाद बनाए रखें।